आम आदमी पार्टी को लगा बड़ा झटका, कैलाश गहलोत ने दे दिया पार्टी से इस्तीफ़ा
Kailash Galhot: दिल्ली की आम आदमी पार्टी को एक गहरा झटका लगा जब उन्हें यह पता चला की दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया और उसके बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी को भी छोड़ दिया। तो आईए जानते हैं कि अचानक गहलोत ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया क्या थी उनके इस्तीफा देने की वजह?
केजरीवाल के नाम गहलोत की चिट्ठी
आम आदमी पार्टी के कार्य प्रणाली को लेकर पूरा देश कई प्रकार के सवाल उठा रहा है ऐसे में पार्टी के नेताओं का सवाल उठाना तो लाजमी है। इस्तीफा देने के साथ पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल को गहलोत ने एक पत्र के माध्यम से अपने सवाल जाहिर किए। उसके साथ ही उन्होंने शीश महल से लेकर यमुना की बदहाली को लेकर पार्टी को जिम्मेदार ठहराया। तो वहीं दूसरी तरफ इस इस्तीफा के बाद आम आदमी पार्टी की प्रतिक्रिया भी देखने को मिली और उन्होंने गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा की गहलोत के ऊपर ईडी और आयकर विभाग की कार्रवाई चल रही थी, ऐसे में उनके पास आम आदमी पार्टी को छोड़कर भाजपा में जाने के अलावा और कोई विकल्प बचा ही ना था।
शीशमहल विवाद का किया जिक्र?
कैबिनेट मंत्री गहलोत ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देते हुए अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में यमुना नदी की गंदगी और शीश महल विवाद का जिक्र किया था। यमुना नदी में फैक्ट्री का गंदा पानी लगातार यमुना नदी को प्रदूषित कर रहा है और इसके लिए कोई रोकथाम नहीं की गई है। इसके साथ ही गहलोत ने भ्रष्टाचार, शराब घोटाले और शीश महल विवाद का जिक्र कर आम आदमी पार्टी को दोषी ठहराया है।
अन्य राजनेताओं ने भी दिया इस्तीफ़ा
बता दे कि पिछले 8 महीने में यह तीसरी बार है जब किसी मंत्री ने मंत्री पद ही नहीं बल्कि पार्टी तक छोड़ दी है। इससे पहले 10 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के ठीक पहले उस समय की दिल्ली सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद ने भी इसी तरह मंत्री पद के साथ-साथ पार्टी भी छोड़ दी थी। उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद दक्षिणी दिल्ली की छतरपुर सीट से विधायक करतार सिंह भी 24 सितंबर को आम आदमी पार्टी छोड़ चुके हैं हालांकि यह दोनों नेता अब भाजपा में भी शामिल हो चुके हैं।